एक ग़ज़ल
रश्क़ दुश्मन को हो असबाब हैं मेरे अंदर
जान से क़ीमती अहबाब हैं मेरे अंदर
रतजगे जश्न तमाशे सभी का मरकज़ हूं
अलहदा क़िस्म के अरबाब हैं मेरे अंदर
हाल बीमार का आंखों से पकड़ लेता हूँ
आइना हूँ कई सीमाब हैं मेरे अंदर
मैं कि किरदार को ज़रदार बना देता हूँ
गो नगीने नए नायाब हैं मेरे अंदर
रोज़ इंसान की सीरत को नई सूरत दूं
आसमां हूं कई महताब हैं मेरे अंदर
@डॉ. रा.रामकुमार,
(प्रतिच्छाया : @ कुमार जाहिद, @हबीब अनवर, 19.10.22)
शब्दार्थ :
असबाब > सबब का बहुवचन,
अहबाब > हबीब( मित्र) का बहुवचन
अरबाब > रब (ईश्वर, अनेक धर्मों के अनेकशः)
सीमाब > पारा, पारद, अनेक आलों में अलग अलग इस्तेमाल होनेवाली तरल धातु, {सीमाब के साथ कई लफ़्ज़ तब अखरनेवाला है जब उसे एक ही अर्थ में लिया जाए। सीमाब का अर्थ
(१) आईने के लेप और (२) पारे से बनी दवा , चिकित्सक (३) बुखार नापने और (४) बीपी नापने के दो अलग अलग आले में इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावे (५)एटमोस्फियरिक प्रेशर के लिए बैरोमीटर में भी सीमाब का इस्तेमाल होना सभी जानते हैं। (६) लैक्टोमीटर,
इसलिए जहां जैसी ज़रूरत हो या जो जैसा बीमार हो, (१)अहंकारी हो तो आईना दिखाने, (२) शारीरिक बीमारी हो तो दवा, (३) बुखार हो तो थर्मामीटर, (४) बीपी हो तो स्फीगमोमीटर और (५) एटमोस्फियरिक प्रेशर के लिए बैरोमीटर। (६) लैक्टोमीटर दूध की शुद्धता मापक भी इसी तरह का यंत्र है।
रतजगे जश्न तमाशे सभी का मरकज़ हूं
अलहदा क़िस्म के अरबाब हैं मेरे अंदर
हाल बीमार का आंखों से पकड़ लेता हूँ
आइना हूँ कई सीमाब हैं मेरे अंदर
मैं कि किरदार को ज़रदार बना देता हूँ
गो नगीने नए नायाब हैं मेरे अंदर
रोज़ इंसान की सीरत को नई सूरत दूं
आसमां हूं कई महताब हैं मेरे अंदर
@डॉ. रा.रामकुमार,
(प्रतिच्छाया : @ कुमार जाहिद, @हबीब अनवर, 19.10.22)
शब्दार्थ :
असबाब > सबब का बहुवचन,
अहबाब > हबीब( मित्र) का बहुवचन
अरबाब > रब (ईश्वर, अनेक धर्मों के अनेकशः)
सीमाब > पारा, पारद, अनेक आलों में अलग अलग इस्तेमाल होनेवाली तरल धातु, {सीमाब के साथ कई लफ़्ज़ तब अखरनेवाला है जब उसे एक ही अर्थ में लिया जाए। सीमाब का अर्थ
(१) आईने के लेप और (२) पारे से बनी दवा , चिकित्सक (३) बुखार नापने और (४) बीपी नापने के दो अलग अलग आले में इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावे (५)एटमोस्फियरिक प्रेशर के लिए बैरोमीटर में भी सीमाब का इस्तेमाल होना सभी जानते हैं। (६) लैक्टोमीटर,
इसलिए जहां जैसी ज़रूरत हो या जो जैसा बीमार हो, (१)अहंकारी हो तो आईना दिखाने, (२) शारीरिक बीमारी हो तो दवा, (३) बुखार हो तो थर्मामीटर, (४) बीपी हो तो स्फीगमोमीटर और (५) एटमोस्फियरिक प्रेशर के लिए बैरोमीटर। (६) लैक्टोमीटर दूध की शुद्धता मापक भी इसी तरह का यंत्र है।
इसलिए #कई विशेषण लिया गया है।}
ज़रदार >बेशकीमती, बहुमूल्य, धनवान,
नायाब > अद्भुत, अनोखा,
सीरत > चरित्र, व्यक्तित्व,
महताब > चाँद की 15 कलाएं, कई विद्वान सोलह मानते हैं, शायद ग़ायब होने को भी वे एक कला मानते हैं।
ज़रदार >बेशकीमती, बहुमूल्य, धनवान,
नायाब > अद्भुत, अनोखा,
सीरत > चरित्र, व्यक्तित्व,
महताब > चाँद की 15 कलाएं, कई विद्वान सोलह मानते हैं, शायद ग़ायब होने को भी वे एक कला मानते हैं।
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