एक ग़ज़ल पिछले किसी फ़साद पे उलझा दिखाई दे बातें वो चौंक चौंक के करता दिखाई दे हर बात पर उसे सदा खटका दिखाई दे अपनों के बीच में भी वो सहमा दिखाई दे जंगल की कोई बात उसे चुभ गयी होगी टेसू का पेड़ इसलिए दहका दिखाई दे ईडी की ऐड़ उसको ही लगती है आजकल राजा जिसे--- हो नंगा तो नंगा दिखाई दे बन्दर के हाथ उस्तरा मत दीजिए कभी काटे गला तो उसको सफलता दिखाई दे @कुमार, २९.०६.२०२२, बुधवार, ऐड़ : चाबुक की मार,