*पुण्यतिथि (२२ नवंबर) पर विशेष : @ ज़ाहिद ख़ान कैफी आजमी ने जब ‘उमराव जान’ फिल्म देखी, तो उन्होंने कॉस्ट्यूम डिजाइनर सुभाषिणी अली को अपना रद्दे अमल देते हुए कहा,‘‘शौकत ने खानम के रोल में जिस तरह हकीकत का रंग भरा है,अगर शादी से पहले मैंने इनकी अदाकारी का यह अंदाज देखा होता,तो इनका शजरा(वंशावली) मंगवाकर देखता कि आखिर सिलसिला क्या है !’’डायरेक्टर मुजफ्फर अली की फिल्म ‘उमराव जान’ में शौकत कैफी ने ‘खानम’ के किरदार में वाकई कमाल कर दिखाया था। * फिल्म में दीगर अदाकारों के साथ-साथ उनकी अदाकारी भी लाजवाब है। निर्देशक मीरा नार की ‘सलाम बाम्बे’ एक और ऐसी फिल्म है, जिसमें शौकत कैफी की अदाकारी के दुनिया भर में चर्चे हुए। ‘घर वाली’ के रोल की तैयारी के लिए वे बकायदा तवायफों के बदनाम इलाके कमाटीपुरा गईं। जहां उन्होंने वेश्याओं की जिंदगी का करीब से अध्ययन किया। जब वे शूटिंग के लिए गईं, तो उनकी अदाकारी को देखकर निर्देशक के साथ साथी कलाकार भी चौंक गए। फिल्म व्यावसायिक तौर पर काफी कामयाब हुई और अमेरिका के न्यूयार्क जैसे शहर में इसने सिल्वर जुबली मनाई। ** ‘हकीकत’, ‘हीर रॉंझा’, ‘लोफर’ आदि फिल्मों म...